जाल THE TRAP
CHARACTER : पात्र
मुस्कान - २ ५-३० साल की लड़की चालाक ,धूर्त ,खुबसूरत ,पढ़ी लिखी
मौसी - (मुस्कान की साथी ) चालाक ,धूर्त ,खुबसूरत ,पढ़ी लिखी औरत। उम्र - क़रीबां ४ ०-५० साल।
हरीश - एक सीधा साधा , पढ़ा लिखा , खूबसूरत , एक्टिंग का शौखिन , एक सेठ का लड़का। उम्र -२५-३० साल।
सेठजी -हरीश के पिता। उम्र -५०-६० साल।
मनोज - हरीश का छोटा भाई।
नम्बिआर - सीनियर पोलिश।
( साथ में मुस्कान के गैंग के ४-५ गुर्गे। साथ में पोलिश टीम के ३-४ सदस्य )
SCENE १
CHARACTER - मुस्कान /हरीश। LOCATION -मुस्कान का घर और हरीश का घर /NIGHT
SCENE DESCRIPTION - मुस्कान अपने नाईट ड्रेस में BED पर लेटी हुई है , और फ़ोन में सोशल मीडिया पर कुछ ढूढ़ रही है। अचानक उसकी नजर हरीश के प्रोफाइल पर पड़ती है , वह उसे बड़े ध्यान से देखती है। उसे देखकर उसे ये समझ आ जाता है की ये लड़का बेहद पैसेवाला , सीधासाधा है , उसे एक्टिंग का सौख है। वह उसे फ्रेंड request भेजती है। उस समय हरीश के फ़ोन पर massage आता है , वह उस massage को देख रहा होता है , और सोचता है क्या मैं इस लड़की को जानता हु , तभी वह से massage आता हैं।
मुस्कान - हरीश जी कैसे है ? how is life going ?
हरीश - क्या आप मुझे जानती है ?
मुस्कान - हाँ।
हरीश -कैसे ?
मुस्कान -आप राज जी के दोस्त है ना , जो फिल्मे बनाते है। वो मेरे बहुत अच्छे friend है।
हरीश -हाँ। फिर तो आप भी हमारी दोस्त हुई।
मुस्कान - और बताइये कैसी चल रही है आपकी एक्टिंग ?
हरीश - अभी lockdown में तो सब बंद है। आप तो मेरे बारे में बहुत कुछ जानती है।
मुस्कान - हा , राज जी कभी कभी आप के बारे में बताते थे , आप बहुत अच्छे इंसान है , एक्टर भी बहोत अच्छे है।
हरीश - वो तो राज जी की आदत है। सभी की बड़ाई करते है , वो खुद ही बड़े अच्छे इंसान है।
मुस्कान - यही तो अच्छे लोगो की खासियत होती है।
हरीश - और बताइये मुस्कान जी आप क्या करती है।
मुस्कान - मैं तो अभी आईपीएस की तैयारी कर रही हूँ ।
हरीश -वैरी गुड , कब से कर रही है ?
मुस्कान - पहले मै एक सेमीगोवर्नमेन्ट फर्म में assistant मैनेजर का जॉब कर रही थी। लेकिन आईपीएस के तैयारी के चक्कर में।
(बीच में ही बात काटते हुआ )
हरीश - अरे एक बार आप आईपीएस हो गयी ,तो जिंदगी बदल जाएगी. इस छोटे मोठे जॉब में क्या रखा है।
मुस्कान - ये बात तो है।
हरीश - क्या मै वीडियो कॉल करू।
मुस्कान- करिये।
हरीश वीडियो कॉल करता है , मुस्कान उसका फ़ोन उठती है। मुस्कान की खुबसुरती देख कर हरीश दांग रह जाता है और एक तक उसकी तरफ देखता रहता है , तभी मुस्कान बोल पड़ती है
मुस्कान -अरे क्या हुआ , कहा खो गए।
हरीश -आप बहुत खूबसूरत है।
मुस्कान - अरे कुछ नहीं , आप भी तो बड़े हैंडसम है।
(दोनों हसने लगते है , फिर दोनों के बात करते हुआ montages , अलग अलग पोज़ में )
कुछ समय बाद
मुस्कान - और बताईये कल क्या कर रहे है आप।
हरीश -क्या बात है।
मुस्कान -कल मै शॉपिंग के लिए जाने वाली हु ,अगर आप के पास समय है तो मिलते हैं।
हरीश -ठीक है , बताइये कब ,और कहा मिलाना है मिलते है , वैसे भी मई घर पर बोर हो रहा हु. .
मुस्कान - ठीक है xyz मॉल के यहाँ सुबह मिलते है। गूग नाईट. .
हरीश - गुड नाईट।
SCENE २
हरीश ,मुस्कान /मॉल /DAY
(sunrise , सूरज निकालता है।हरीश जाने की तयारी कर अपनी BIKE पर निकल जाता है। मॉल के पास ले जाकर गाड़ी पार्किंग में खड़ा कर , मुस्कान को खोजने लगता है ,तभी
मॉल के पास एक खूब सूरत लड़की किसी का इन्तेजार करते दिखती है वह उअसके पास जाता है , मुस्कान जी।
मुस्कान -यस ,हरीशजी।मैं अभी आपको फ़ोन ही करने जा रही थी।
दोनों बात करते हुआ शॉपिंग करने लगते है , कुछकुछ शॉपिंग केके बाद मुस्कान की नजर एक इलेक्ट्रॉनिक शॉप पर पड़ती है , अभी हरीश पूछता है " इस शॉप में।
मुस्कान बोलती है , मुझे आईपीएस की तयारी के लिए नोटस बनाना पड़ता , उस समय बहोत सी जानकारियों के लिए लैपटॉप की जरुरत पड़ती है ,परतु मेरे पास नहीं है।
वो एक इलेक्ट्रॉनिक की शॉप में जाते है ,जहा मुस्कान एक लैपटॉप के बारे में inquiry करती है लेकिन price ज्यादा होने की वजह से उसे छोड़ देती है।
हरीश - अरे क्या हुआ , आप ने लैपटॉप लिया नहीं।
मुस्कान -नहीं ,अभी पैसे की थोड़ी तंगी है , जॉब छोड़ने के बाद , अभी तक मेरा प्रोविडेंट फण्ड का १०-१५ लाख आनेवाला है अभी तक मिला नहीं , लगता २-४ महीने लग जायेंगे ,आने के बाद खरीद लुंगी. .(वह थोड़ा उदास होकर कहती , अब चलिए यहाँ से।
दोनों वहां से बाहर आ जाते है परन्तु मुस्कान उदास सी हो जाती है। मुस्कान के चहरे की उदासी देख कर हरीश बोल पड़ता है।
हरीश - मुझे लगता है आपको लैपटॉप ले लेना चाहिए , आपको आईपीएस की तयारी में आपको बड़ा काम आएगा
मुस्कान - अभी तो मै नहीं ले सकती , मेरेर फण्ड के पैसे आने के बाद ही मै खरीद पाऊँगी ।
हरीश - तब तक तो तुम्हारा एग्जाम आ जायेगा।
मुस्कान -वो भी है।
हरीश - ठीक है ,एक काम करते है ,आप अभी लैपटॉप खरीद लो।
मुस्कान -वो कैसे।
हरीश -मैं अभी आप को पैसे दे देता हु , २-३ महीने में जब आपके फण्ड के १०-१५ लाख आ जायेंगे आप मुझे दे देना। (मुस्कान पैसे लेने से मन करती है , लेकिन हरीश उसे समझा कर लैपटॉप और कुछ और शॉपिंग आपने पैसे से उसे करा देता है। shopping के बाद दोनों घर के लिए निकल पड़ते है।
हरीश - आप के पास बहुत सामान हो गया है ,चलो मै आप को घर तक मेरे बाइक पर छोड़ देता हूँ।
मुस्कान - नहीं नहीं मैं चली जाउंगी।
(परंतु हरीश नहीं मानता है , उसे अपनी बाइक पर बैठा कर मुस्कान के घर तक छोड़ने चला हैं। जब दोनों मुस्कान की बिल्डिंग के गेट तक पहुंचते तब मुस्कान उसे अपने घर आने को कहती है , फिर कभी कहकर हरीश वहा से निकल जाता है। मुस्कान अपने घर की की तरफ जाती है।
SCENE ३
घर जाकर मुस्कान सामान रखती है , और एकपडे चेंज कर हरीश को कुछ समयबाद फ़ोन कराती है।
मुस्कान -घर पहुंच गए आप , आज की शॉपिंग के लिए थैंक यू ,मै आपके पैसे मेरे फण्ड के पैसे मिलते ही लौटा दूंगी।
हरीश - क्या बात कराती है आप पैसे कही थोड़े ही भागे जायेंगे. अब आप आराम कीजिये कल सुबह बात करते है।
(दोनों गुड नाईट कह कर सोने चले जाते है। )
SCENE ४
(सनराइज मॉर्निंग का समय दोनों उठते है ,और हरीश मुस्कान को फ़ोन लगाता है , पर मुस्कान फ़ोन नहीं उठती , २-३ बार try करने के बाद , हरीश सोचता है सायद सो रही होगी , बाद में फ़ोन करता हूँ। वह अपने काम में लग जाता है।
दोपहर होने के बाद वह फिर फ़ोन try करता है फिर से रिंग होता है ,परन्तु कोई फ़ोन नहीं उठता है ,इस तरह वह ३-४ बार कोशिश करता है ,लेकिन कोई फ़ोन नहीं उठता है , वह फिर सोचता है कही busy होगी। इस तरह रात हो जाती है ,परन्तु कोई फ़ोन नहीं उठाता। अचानक देर रात जब वह फ़ोन करता तब मुस्कान फ़ोन उठा लेती है , वह बोलता है।
हरीश - मै तो डर गया था ,क्या हो गया। आप फ़ोन क्यों नहीं उठा रही है।
मुस्कान -(थोड़े उदास मन से ) नहीं मासी जी की तबियत अचानक ख़राब हो गयी थी , मैं उसी में परेशान थी पुरे दिन। और थोड़ा पैसो का भी। .. (अचानक बिच में बात काटकर हरीश बोल पडता है। )
हरीश - अरे मैं मर गया था क्या। मुझे फ़ोन कर दिया होता आपने।
मुस्कान -अभी कल ही आपने मेरे लिए इतना किया , और फिर आपको। .. ...
(बिच में ही बात काट कर )
हरीश - तो फिर आप मुझे अपना नहीं समझती।
मुस्कान - नहीं ऐसी कोई बात नहीं।
हरीश -तो फिर मुझे अपना घर का फ्लैट और विंग नंबर बताइये मैं कल आपको मिलता हूँ। चलो अभी आप लोग आराम करो ,कल मिलते है।
(दोनों एक दूसरे को गुड night कह कर सोने चले जाते है )
SCENE ५
( सनराइज सुबह सुबह हरीश मुस्कान के घर पहुंच जाता है। ) मुस्कान के घर की घंटी बजती है।
मुस्कान दरवाजा खोलती हैं , हरीश दरवाजे पर गुलदस्ता लेकर आता है , और पूछता हैं।
हरीश- मासी जी की तबियत कैसी है , वह कहा है।
मुस्कान उसे bed रूम में ले जाती है ,जहा उसे मासीजी बिस्टेर पर लेती हुई दिखाई देती। हरीश को देखकर बोलती है।
मौसी - आओ बेटा , आओ ,सुबह सुबह क्यों तख़लीफ़ की।
हरीश - मौसी जी , बेटा भी कह रही है और तकलीफ की भीं बात कर रही है।
मौसी - नहीं बेटा अब मेरा क्या ठिकाना , मै कब तक जिन्दा रहू। मरने से पहले मै मुस्कान के हाथ पिले करना चाहती हूँ। मैंने इसके माँ -बाप को वचन दिया था की मरने के पहले। ....( मौसी खांसने लगाती है )
हरीश - अच्छा मौसीजी अब आप आराम करिये , आप की इच्छा भगवान जल्दी पूरा करेंगे। (यह कह कर हरीश और मुस्कान मौसी के bedroom से बहार आ जाते है।
हरीश - (मुस्कान के हाथ में पैसे थमाते हुए ) ये रहे कुछ पैसे जो भी दवा लगे करा लेना और भी जरुरत हो तो बताना।
मुस्कान पैसे लेने से इंकार कराती है ,परन्तु हरीश जबरजस्ती उसे पैसे थमाकर जाने लगता है , तभी पैसे लेकर मुस्कान उसके गले लग जाती है। उसे आई लव यू कहती है। हरीश भी उसे आई लव कह कर वह से चला जाता है ,उसे कहता है ,कुछ जरुरत लगे तो फ़ोन करना।
SCENE 6
(हरीश अपने घर पर वापस आता जहा उसका छोटा भाई उसका इंतजार कर रहा है। )
हरीश -घर का दरवाजा खोलकर अंदर आता तो देखता है उसका छोटा भाई उसका इंतजार कर रहा है।
मनोज - अच्छा है भाई घर की दूसरी चाभी मेरे पास है ,नहीं तो मैं बाहर ही आपका इंतजार करते रहता।
हरीश -ठीक ,है ठीक है , अब बता आना कैसे हुआ।
मनोज - पिताजी ने एक लड़की देखि है लड़की वाले एक हफ्ते बाद आनेवाले है। कल पिताजीने आपको घर बुलाया है आपसे बात करने के लिए।
हरीश - मुझे शादी वादी नहीं करनी. .
मनोज- इस बार तो आपको लड़की पसंद करनी पड़ेगी ,पहले ही पिताजी आपसे नाराज है , आप घर छोड़कर अकेले रह रहे हो एक्टिंग के चक्कर में।
हरीश-ठीक है मैं कल नहीं परसो आ जाऊंगा पिताजी को कह देना. ..
मनोज - ठीक है भाई अब मैं चलता हु , मुझे जो सन्देश देना था मैंने दे दिया ,अब आप को जब आना है आ जाना। bye bye ... यह कहकर मनोज वह से निकल जाता है। उसके जाने के बाद हरीश मुस्कान को फ़ोन लगा ता है।
हरीश -(फ़ोन पर ) मुस्कान मौसीजी कैसी है ?
मुस्कान -अभी तो आप गए है। वह सो रही है।
हरीश - मुझे तुमसे बहुत जरुरी बात करनी है। पिताजी मेरी शादी इसबार करवाकर रहेंगे।
मुस्कान- (हसते हुए ) तो इसमें कर लीजिये , इसमें परेशानी की क्या बात है।
हरीश -( टेन्शनमे ) मई यहाँ परेशान हु आप मजाक कर रही है। मै कल ही आपसे मिलाना वचाह्ता हू।
मुस्कान- ठीक है पर हम घर पर नहीं मिल सकते , मासीजी की तबियत ठीक नहीं है ना।
हरीश - कल हम xyz जगह पर मिलते है। समय पर पहुंच जाना।
मुस्कान -ठीक है ,मिल कर बात करते है। BYE ..
NEXTDAY
SCENE 7
दोनों जगहपर मिलते है , और हरीश शादी के बारे में मुस्कान को बोलने लगता है , हमें जल्दी शादी करनी पड़ेगी नहीं तो पिताजी मेरी शादी इस बार कराकर छोड़ेंगे ,इस तरह से दोनों की बाटे चल रही होती है तभी कुछ लोग वहाँ आते है , और हरीश के ऊपर चद्दर फेककर , जबरजस्ती उसे उठा ले जाते है न, मुस्कान देखती रह जाती हैं। .....
TO BE CONTINUED ......
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