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Tuesday, 9 March 2021

THE TRAP

        

                                                       जाल  THE   TRAP 


CHARACTER   :  पात्र 

मुस्कान  - २ ५-३०  साल की लड़की  चालाक ,धूर्त ,खुबसूरत ,पढ़ी  लिखी 

मौसी  -   (मुस्कान की साथी ) चालाक ,धूर्त ,खुबसूरत ,पढ़ी  लिखी  औरत।   उम्र   - क़रीबां ४ ०-५० साल। 

हरीश -  एक  सीधा साधा , पढ़ा लिखा , खूबसूरत , एक्टिंग का शौखिन , एक सेठ का लड़का।  उम्र -२५-३० साल। 

सेठजी -हरीश के पिता।  उम्र -५०-६० साल। 

मनोज - हरीश का छोटा भाई। 

नम्बिआर - सीनियर पोलिश। 

  ( साथ में  मुस्कान के गैंग के ४-५  गुर्गे।  साथ में पोलिश टीम के  ३-४ सदस्य )


  SCENE १   

 CHARACTER  - मुस्कान  /हरीश।  LOCATION -मुस्कान का घर  और हरीश का घर  /NIGHT 

SCENE DESCRIPTION - मुस्कान अपने नाईट ड्रेस में BED पर लेटी हुई है , और फ़ोन में सोशल मीडिया पर कुछ ढूढ़  रही है। अचानक उसकी नजर हरीश के प्रोफाइल पर पड़ती है , वह उसे  बड़े ध्यान से देखती है। उसे देखकर उसे ये समझ आ जाता है की ये लड़का बेहद पैसेवाला , सीधासाधा है , उसे एक्टिंग का सौख है। वह उसे फ्रेंड request  भेजती है। उस समय हरीश के फ़ोन पर massage  आता है , वह उस massage  को देख रहा होता है , और सोचता है क्या मैं इस लड़की को जानता हु , तभी वह से massage आता हैं। 

मुस्कान - हरीश जी कैसे है ? how is life going ?

हरीश - क्या आप मुझे जानती है ?

मुस्कान - हाँ। 

हरीश -कैसे ?

मुस्कान -आप राज जी के दोस्त है ना , जो फिल्मे बनाते है। वो मेरे बहुत अच्छे friend है। 

हरीश -हाँ। फिर तो आप भी हमारी दोस्त हुई।  

मुस्कान - और बताइये कैसी चल रही है आपकी एक्टिंग ?

हरीश - अभी lockdown में तो सब बंद है। आप तो मेरे बारे में बहुत कुछ जानती है। 

मुस्कान - हा , राज जी कभी कभी आप के बारे में बताते थे , आप बहुत अच्छे इंसान  है , एक्टर भी बहोत अच्छे है। 

हरीश  - वो तो राज जी की आदत  है।  सभी की बड़ाई करते है , वो खुद ही बड़े अच्छे इंसान है। 

मुस्कान - यही तो अच्छे लोगो की खासियत होती है। 

हरीश - और बताइये मुस्कान जी आप क्या करती है। 

मुस्कान - मैं तो अभी आईपीएस की तैयारी कर रही हूँ 

हरीश -वैरी गुड , कब से कर रही है ?

मुस्कान - पहले मै एक सेमीगोवर्नमेन्ट फर्म में  assistant मैनेजर का जॉब कर रही थी।  लेकिन आईपीएस के तैयारी  के चक्कर में। 

(बीच में ही बात काटते हुआ )

हरीश - अरे एक बार आप आईपीएस हो गयी ,तो  जिंदगी बदल जाएगी. इस छोटे मोठे जॉब में क्या रखा है। 

मुस्कान - ये बात तो है। 

हरीश - क्या मै वीडियो कॉल करू। 

मुस्कान- करिये। 

हरीश वीडियो कॉल करता है , मुस्कान उसका फ़ोन उठती है।  मुस्कान की खुबसुरती  देख कर  हरीश दांग रह जाता है और एक तक उसकी तरफ देखता रहता है , तभी मुस्कान बोल पड़ती है 

मुस्कान -अरे क्या हुआ , कहा खो गए। 

हरीश -आप बहुत खूबसूरत है। 

मुस्कान - अरे कुछ नहीं , आप भी तो बड़े हैंडसम है। 

(दोनों हसने  लगते है , फिर दोनों के बात करते हुआ montages , अलग अलग पोज़ में )

कुछ समय बाद 

मुस्कान - और बताईये कल क्या कर रहे है आप। 

हरीश -क्या बात है। 

मुस्कान -कल मै शॉपिंग के लिए जाने वाली हु ,अगर आप के पास समय है तो मिलते हैं। 

हरीश -ठीक है , बताइये कब ,और कहा मिलाना है मिलते है , वैसे भी मई घर पर बोर हो रहा हु. . 

मुस्कान - ठीक है xyz मॉल के यहाँ  सुबह मिलते है। गूग नाईट. . 

हरीश - गुड नाईट। 

SCENE २   

हरीश ,मुस्कान  /मॉल /DAY 

(sunrise  , सूरज निकालता है।हरीश  जाने की तयारी कर अपनी BIKE पर निकल जाता है। मॉल के पास ले जाकर गाड़ी पार्किंग में खड़ा कर , मुस्कान को खोजने लगता है ,तभी 

मॉल के पास एक खूब सूरत लड़की  किसी का इन्तेजार करते  दिखती है वह उअसके पास जाता है , मुस्कान जी। 

मुस्कान -यस ,हरीशजी।मैं अभी आपको फ़ोन ही करने जा रही थी। 

दोनों बात करते हुआ शॉपिंग करने लगते है , कुछकुछ शॉपिंग केके बाद मुस्कान की नजर एक इलेक्ट्रॉनिक शॉप पर पड़ती है , अभी हरीश पूछता है  " इस शॉप में। 

मुस्कान  बोलती है , मुझे आईपीएस की तयारी के लिए नोटस बनाना पड़ता , उस समय बहोत सी जानकारियों के लिए लैपटॉप की जरुरत पड़ती है ,परतु मेरे पास नहीं है। 

वो एक इलेक्ट्रॉनिक की शॉप में जाते है ,जहा मुस्कान एक लैपटॉप के बारे में inquiry करती है लेकिन price ज्यादा होने की वजह से उसे छोड़ देती है। 

हरीश - अरे क्या हुआ , आप ने लैपटॉप लिया नहीं। 

मुस्कान -नहीं ,अभी पैसे की थोड़ी तंगी है , जॉब छोड़ने के बाद , अभी तक मेरा प्रोविडेंट फण्ड का १०-१५ लाख आनेवाला है अभी तक मिला नहीं , लगता २-४ महीने लग जायेंगे ,आने के बाद खरीद लुंगी. .(वह थोड़ा उदास होकर कहती , अब चलिए यहाँ से। 

दोनों वहां से बाहर आ जाते है परन्तु मुस्कान उदास सी हो जाती है। मुस्कान के चहरे की उदासी देख कर हरीश बोल पड़ता है। 

हरीश - मुझे लगता है आपको लैपटॉप ले लेना चाहिए , आपको आईपीएस की तयारी में आपको बड़ा काम आएगा  

मुस्कान - अभी  तो मै नहीं ले सकती , मेरेर फण्ड के पैसे आने के बाद ही मै खरीद पाऊँगी । 

हरीश - तब तक तो तुम्हारा एग्जाम आ जायेगा। 

मुस्कान -वो भी है। 

हरीश - ठीक है ,एक काम करते है ,आप अभी लैपटॉप खरीद लो। 

मुस्कान -वो कैसे। 

हरीश -मैं  अभी आप को पैसे दे देता हु , २-३ महीने में जब आपके फण्ड के १०-१५ लाख आ जायेंगे आप मुझे दे देना। (मुस्कान  पैसे लेने से मन करती है , लेकिन हरीश उसे समझा कर लैपटॉप  और कुछ और शॉपिंग आपने पैसे से उसे करा देता है। shopping  के बाद दोनों घर के लिए निकल पड़ते है। 

हरीश - आप के पास बहुत सामान हो  गया है ,चलो मै आप को घर तक मेरे  बाइक पर छोड़ देता हूँ। 

मुस्कान - नहीं नहीं मैं  चली जाउंगी। 

  (परंतु  हरीश नहीं मानता  है , उसे अपनी बाइक पर बैठा कर  मुस्कान के घर तक छोड़ने चला  हैं। जब दोनों मुस्कान की बिल्डिंग के गेट तक पहुंचते तब मुस्कान उसे अपने घर आने को कहती है , फिर कभी कहकर  हरीश वहा  से निकल जाता है। मुस्कान अपने घर की की तरफ जाती है। 

SCENE ३ 

घर जाकर मुस्कान सामान रखती है , और एकपडे चेंज कर  हरीश को कुछ समयबाद  फ़ोन कराती है। 

मुस्कान -घर पहुंच गए आप , आज की शॉपिंग के लिए थैंक यू ,मै  आपके पैसे मेरे फण्ड के पैसे मिलते ही लौटा दूंगी। 

हरीश - क्या बात कराती है आप  पैसे कही थोड़े ही भागे जायेंगे. अब आप आराम कीजिये कल सुबह बात करते है। 

(दोनों गुड नाईट कह कर  सोने चले जाते है। )

SCENE ४ 

  (सनराइज  मॉर्निंग का समय दोनों  उठते  है ,और हरीश मुस्कान को फ़ोन लगाता  है , पर मुस्कान फ़ोन नहीं उठती , २-३ बार try करने के बाद , हरीश सोचता है सायद सो रही होगी , बाद में फ़ोन करता हूँ। वह अपने काम में लग जाता है। 

दोपहर  होने के बाद वह फिर फ़ोन try करता है फिर से रिंग होता है ,परन्तु कोई फ़ोन नहीं उठता है ,इस तरह वह ३-४ बार कोशिश करता है ,लेकिन कोई फ़ोन नहीं उठता है , वह फिर सोचता है  कही busy  होगी।  इस तरह रात हो जाती है ,परन्तु कोई फ़ोन नहीं उठाता।  अचानक देर रात जब वह फ़ोन करता तब मुस्कान फ़ोन उठा लेती है , वह बोलता है। 

हरीश - मै तो डर गया था ,क्या हो गया। आप फ़ोन क्यों नहीं उठा रही है। 

मुस्कान -(थोड़े उदास मन से ) नहीं मासी  जी की तबियत अचानक ख़राब हो गयी थी , मैं उसी में परेशान थी पुरे दिन। और थोड़ा पैसो का भी। .. (अचानक  बिच में बात काटकर हरीश बोल पडता है। )

हरीश - अरे मैं  मर गया था क्या। मुझे फ़ोन कर दिया होता आपने। 

मुस्कान -अभी कल ही आपने मेरे लिए इतना किया , और फिर आपको। .. ... 

(बिच में ही बात काट कर )

हरीश - तो फिर आप मुझे अपना नहीं समझती। 

मुस्कान - नहीं ऐसी कोई बात नहीं। 

हरीश -तो फिर मुझे अपना घर का फ्लैट और विंग नंबर बताइये मैं कल आपको मिलता हूँ। चलो अभी आप लोग आराम करो ,कल मिलते है। 

(दोनों एक दूसरे को गुड night कह कर सोने चले जाते है )

SCENE ५ 

  (  सनराइज सुबह सुबह  हरीश मुस्कान के घर पहुंच जाता है। ) मुस्कान के घर की घंटी बजती है। 

मुस्कान दरवाजा खोलती हैं , हरीश दरवाजे पर गुलदस्ता लेकर  आता है , और पूछता हैं। 

हरीश- मासी जी की तबियत कैसी है , वह कहा है। 

मुस्कान उसे bed रूम में ले जाती है ,जहा उसे मासीजी  बिस्टेर पर लेती हुई  दिखाई देती। हरीश को देखकर बोलती है। 

मौसी - आओ बेटा , आओ ,सुबह सुबह क्यों तख़लीफ़ की। 

हरीश - मौसी जी , बेटा भी कह रही है और  तकलीफ की भीं बात कर रही है। 

मौसी - नहीं बेटा  अब मेरा क्या ठिकाना , मै कब तक जिन्दा रहू। मरने से पहले मै मुस्कान के हाथ पिले करना चाहती हूँ। मैंने इसके माँ -बाप को वचन दिया था की मरने के पहले। ....( मौसी खांसने लगाती है )

हरीश - अच्छा मौसीजी अब आप आराम करिये , आप की इच्छा भगवान जल्दी पूरा करेंगे। (यह कह कर हरीश और मुस्कान मौसी के bedroom  से बहार आ जाते है। 

हरीश - (मुस्कान के हाथ में पैसे थमाते हुए ) ये रहे कुछ पैसे जो भी दवा लगे करा लेना और भी जरुरत हो तो बताना। 

मुस्कान पैसे लेने से इंकार कराती है ,परन्तु हरीश जबरजस्ती उसे पैसे थमाकर जाने लगता है , तभी पैसे लेकर मुस्कान उसके गले लग जाती है। उसे आई लव यू कहती है। हरीश भी उसे  आई लव कह कर  वह से चला जाता है ,उसे कहता है ,कुछ जरुरत लगे तो फ़ोन करना। 

SCENE 6 

(हरीश अपने घर पर वापस आता जहा उसका छोटा भाई उसका इंतजार कर रहा है। )

हरीश -घर का दरवाजा खोलकर अंदर आता तो देखता है उसका छोटा भाई उसका इंतजार कर रहा है। 

मनोज - अच्छा है भाई घर की  दूसरी चाभी मेरे पास है ,नहीं तो मैं  बाहर  ही आपका इंतजार करते रहता। 

हरीश -ठीक ,है  ठीक है  , अब बता आना कैसे हुआ। 

मनोज - पिताजी ने एक लड़की देखि है लड़की वाले एक हफ्ते बाद आनेवाले है। कल पिताजीने  आपको घर बुलाया है आपसे बात करने के लिए। 

हरीश - मुझे शादी वादी नहीं करनी. . 

मनोज- इस बार तो आपको लड़की पसंद करनी पड़ेगी ,पहले ही पिताजी आपसे नाराज है , आप घर छोड़कर अकेले रह रहे हो एक्टिंग के चक्कर में।  

हरीश-ठीक है मैं कल नहीं परसो आ  जाऊंगा पिताजी को कह देना. .. 

मनोज - ठीक है भाई अब मैं चलता हु , मुझे जो सन्देश देना था मैंने दे दिया ,अब आप को जब आना है आ जाना। bye bye  ... यह कहकर मनोज वह से निकल जाता है। उसके जाने के बाद  हरीश  मुस्कान को फ़ोन लगा ता है। 

हरीश -(फ़ोन पर ) मुस्कान मौसीजी कैसी है ?

मुस्कान -अभी तो आप गए है।  वह सो रही है। 

हरीश - मुझे तुमसे बहुत जरुरी बात करनी है। पिताजी मेरी शादी इसबार करवाकर रहेंगे। 

मुस्कान- (हसते हुए ) तो इसमें कर लीजिये , इसमें परेशानी की क्या बात है। 

हरीश -( टेन्शनमे ) मई यहाँ परेशान हु आप मजाक कर रही है। मै  कल ही आपसे मिलाना वचाह्ता हू। 

मुस्कान- ठीक है पर हम घर पर नहीं मिल सकते , मासीजी की तबियत ठीक नहीं है ना। 

हरीश - कल हम xyz   जगह पर मिलते है। समय पर पहुंच जाना। 

मुस्कान -ठीक है ,मिल कर बात करते है। BYE .. 

NEXTDAY 

SCENE 7 

दोनों जगहपर मिलते है , और हरीश शादी  के बारे में मुस्कान को बोलने लगता है , हमें जल्दी शादी  करनी पड़ेगी नहीं तो पिताजी मेरी शादी  इस बार कराकर छोड़ेंगे  ,इस तरह से दोनों की बाटे चल रही होती है तभी कुछ लोग वहाँ आते है , और हरीश के ऊपर चद्दर फेककर , जबरजस्ती उसे उठा ले जाते है न, मुस्कान देखती रह जाती हैं। ..... 

TO BE CONTINUED ...... 




Sunday, 15 November 2020

LAPTOP (EK MAUT KI KATHA)

  


           "  LAPTOP " (EK MAUT KI KATHA)                   

        CHARACTERS :    पूजा  (बड़ी बेटी ,१९साल उम्र , पढ़ाई में होशियार , 
                                        १२ साइंस  में जिले में टॉपर ) .
                                        रेखा  (छोटी बेटी , १७ साल  उम्र ,पढ़ाई  में थोड़ी कमजोर , 
                                         १० की छात्रा )
                                        रामकेवल (पिता ,४५ साल उम्र , मजदुर )
                                        गीतादेवी  (माँ  ,३५-४० साल  उम्र , गुजर चुकी है।
     SCENE 1  

LOCATION : पूजा  का घर / दिन। 
CHARACTERS : पूजा , रामकेवल ,रेखा। 
SCENE DESCRIPTION : SCENE की शुरुवात एक लॉन्ग शॉट में  टूटे फूटे घर से होती है। 
जहाँ पर बाप और बेटियाँ  किसी बात पर चर्चा कर रही है। 
और सभी बहुत परेशान लग रहे है। 
TO BE CONTINUED ...

Saturday, 26 September 2020

गुरुदक्षिणा

  गुरुदक्षिणा 

कलाकार : शिक्षिका (रिटायर्ड ) ,६४ साल 
                       विद्यार्थी   :  ३०-३५  साल   (३-४  विद्यार्थी ) 
                           (सड़क पर खड़े कुछ लोग )


SCENE 1 : ( सड़क । दिन )
एक बस स्टॉप पर एक पागल औरत भिक मांग रही है। 
  (भिखारन  एक फटेहाल स्थिति में है ,शरीर से बदबू आ रही है। काली कलूटी,बाल बिखरे हुआ है ,वह जिसके पास भी जाती है ,लोग धक्के मारकर उसे भगा देते हैं। ) तभी अचानक एक गाड़ी वह से गुजर रही होती है। गाड़ी में बैठे  शख्श की नजर उस भिखारन  पर पड़ती है। वह आदमी आश्चर्य  चकित हो जाता है , तब तक गाड़ी कुछ आगे निकल जाती है।  वह अपने ड्राइवर से गाड़ी रिवर्स लेकर उस भिखारन के पास रुकाने के लिए कहता है। ड्राइवर गाड़ी आगे से रिवर्स लेकर उस भिखारन के पास आकर  रुक जाता है। तभी वह आदमी उस गाड़ी से बाहर आकर ,उस भिखारन की तरफ जाता है। )



विनय : टीचर आप , इस हाल में। 
भिखारन : हूँ, (भिखारन अपने आप में ही बड़ बड़ा रही है )
विनय  : टीचर मै आपका स्टूडेंट हूँ ,आपने मुझे स्कूल में मैथ्स पढ़ाया था। 
भिखारन : (अपने आप में ही लगी हुई है , मुझे मत मारो,मुझे मत मारो , मैंने बहुत दिनों से कुछ नहीं खाया है , ऐसा कह कर वह रोने लगती है।फिर अचानक  खुद ही कहने लगती है ,मुझे कुछ नहीं चाहिए , मुझे यहाँ से मत भगाओ । )
   ( भिखारन की यह दयनीय स्थिति देखकर  विनय की आँखो  में पानी आ जाता है , वह अपने दोस्तों को फ़ोन करता है।दूसरी तरफ से गणेश फ़ोन उठाता है। 
विनय  : गणेश , गणेश। 
Scene 2 (intercut )
गणेश : अरे  , विनय  बहुत दिनों बाद याद  किया दोस्त को। 
विनय  : अरे गणेश ओ अपनी  मैथ्स  टीचर  थी ना 9 -10 TH में। 
गणेश  : हा , भाई  क्या पढ़ाती थी ना। किधर हैं वो। 
विनय  : अरे , आज मैं  पास की सड़क से गुजरा रहा था , तो मैंने एक भिखारन को भिक मंगाते देखा ,और..... 
गणेश  : (बीच में ही बोल  पडता है ) वो तो रोज का है।  रोड पर तो बहुत से भिखारी भिक माँगते रहते हैं , उसमे नया क्या है ...... 
विनय : लेकिन जिस भिखारन को मैंने देखा वह हमारी मैथ्स टीचर थी। 
गणेश : क्या बात करा रहा बे , आज ज्यादा चढ़ा लिया है क्या। 
विनय  : नहीं नहीं , वो अपनी मैथ्स टीचर ही है , मैं उनके पास खड़ा हूँ। 
गणेश  : (स्थिति की गंभीरता को समझते हुए ) किधर है तू  , मैं अभी राकेश , आनंद और गीता को लेकर आता हूँ। तू वही पर रुक। 
विनय : मैं आनंद नगर वाले रोड पर हूँ ,जल्दी आ जाओ , मै यही पर रुकता हूँ। 
( तभी गणेश आपने दोस्तों को फ़ोन करता है , और सब उन लोगो को उस घटना के बारे में बताता है , सभी अपने -अपने ठिकाने से उस जगह के लिए निकल पड़ते है। तभी विनय वहाँ पर मौजूद लोगो से उस भिखारन के बारे में पूछता है। )


SCENE 1 (INTERCUT )
एक आदमी : मैं तो इस पागल को कितने दिनों से यही आसपास भीख मंगाते हुए देखता हूँ , लोग बताते है बहुत पढ़ी लिखी है , इंगलिश में भी बाते करती है , कभी कभी। 
विनय  : हाँ , ये हमारी टीचर है , हमको मैथ्स पढ़ाती थी , लेकिन इनकी ये दशा कैसे हुई। 
( तभी वहां पर खड़ा एक आदमी बोल पड़ता है )
दूसरा आदमी : सुना है ,किसी स्कूल में टीचर थी , लेकिन रिटायर होने के बाद जो भी पैसे उन्हें मिले थे , उसके बेटे -बहु ने सब हड़प लिए , और उसको घर से बाहर निकाल दिया, तब से पागलो  की तरह यहाँ वहाँ घूमती रहती है। 
पहला आदमी : कभी कभी कोई  खाना दे देता है , कुछ लोग धक्के मारकर भगा भी देते है। ये बिचारी  यहाँ वहा पड़ी रहती हैं। 
( तभी सब दोस्त आ जाते है , अपनी गाड़ी से उतरते हुए )
गणेश : विनय कहा है टीचर , कहाँ है। .
(सभी दोस्त अपनी टीचर की स्थिति को देखकर भावुक हो , सभी एक स्वर में बोलते है ,इन्हे यहाँ से ले चलो , परन्तु वह पागल वहाँ  से उठने को तैयार नहीं होती , परन्तु सभी स्टूडेंट अपनी टीचर को गीता (एक स्टूडेंट) के सहारे उठा कर विनय के घर लाते है , विनय अपनी  माँ को सब बताता है। वहाँ पर गीता और अपनी माँ की मदत से उसे नहलाया  जाता है , विनय की माँ के उसे अपने कपडे  पहनने के लिए देती है। क़ुछ समय बाद जब टीचर नहा कर गीता की मदत से बाहर आती है , उस समय उन्हे अपनी वास्तविक टीचर के दर्शन होते है। )   



SCENE 3 (विनय का घर /दिन )
विनय  : (अपनी माँ की तरफ देखते हुए ) माँ मैं सोच रहा था  ... (तभी उसकी माँ स्वयं बोल  पड़ती  है। )
माँ  : हाँ , मैं भी यही सोच रही थी की क्यों न इनको अपने घर ही रख लिया जाए , यही ना।
विनय : हाँ , माँ , मेरी प्यारी माँ (ऐसा बोल कर वह माँ को गले लगा  लेता है। 
(बाकि भी सभी दोस्त बोल पड़ते है ऐसा नहीं चलेगा , हम भी तुम्हे हर महीने कुछ न कुछ मदत कर दिया करेंगे )
विनय : बस हो गया तुम लोगो का ,मैं इतना तो कमाता ही हूँ की आठ -दस लोगो का पेट भर हूँ। 
सभी दोस्त एक साथ में : नहीं ऐसे चलेगा , हर महीने  जिससे जो भी बन पड़ेगा वह ,आकर दे जाया करेगा , आखिर हमारी भी टीचर है ,हमें भी अपनी गुरुदक्षिणा देने का मौका मिलाना चाहिए , हमारा भी तो फर्ज बनता है। 
माँ  :हाँ  भई  हाँ ,जिसको जो करना है ,करना अभी उनको आराम  करने दो , यह बोल कर सब हॅसने लगते है ।   ( टीचर उन लोगो की तरफ देखती रहती है  और अपने आप में कुछ न कुछ बढ़ बढ़ाती रहती हैं , उसे लोग समझा बुझा कर  सुला देते है ) और आपस में बात करने लगते है। 











Thursday, 30 January 2020

MASOOM DIL " मासूम दिल "


Scene1 :-

LOCATION /  TIME  :-   CLASS ROOM  / DAY 
Character : 1) छोटा बच्चा (राज ) ,उम्र -७साल , बहुत ही सीधा-साधा ,मासूम  २) टीचर , उम्र  -२५-३0 साल ,कैथेलिक ,मोडर्न ३) CLASS  के बाकि छोटे बच्चे। ( CLASS २के बच्चे है। )




Scene Description :  Class रूम में सारे बच्चे बेंच पर बैठे हुए है।  टीचर पढ़ा रही है , कुछ  बच्चे  टीचर की तरफ देख रहे है,और कुछ बच्चे आपस में बात कर रहे है। परन्तु एक बच्चा (राज )बड़े ध्यान से टीचर को पढ़ाते हुए देख रहा है। तभी अचानक स्कूल छूटने घंटी बजती है और सभी बच्चे अपना -अपना बैग पैक करने में लग जाते है।  टीचर भी अपना पढ़ाना बंद करके अपना सामान समेटने में लग जाती है , सभी बच्चे अपना अपना बैग लेकर चिल्लाते हुए टीचर को बाय कहते हुए class रूम से बाहर की तरफ भागते है ,परन्तु राज अभी भी टीचर को बड़े ध्यान से देख रहा है , तभी टीचर राज से कहती है ,राज घर नहीं जाना है , राज बड़ी शांति से अपना बैग लेकर टीचर की तरह जाता  है। 

राज - टीचर आप बहुत अच्छी है। 
टीचर = (हँसने लगती ) ठीक है अब घर जाओ। 
(राज बाय  टीचर बोल कर वहाँ  से चला जाता है। टीचर अपने  जाने की तैयारी में लग जाती है ,और राज को जाते हुए देख कर बोलती है , बड़ा अच्छा लड़का है। )

SCENE २ :-

Location / Time  :   राज का घर (Dinning  Table ) / Night .
CHARACTER : राज , राज के माँ -बाप  - उम्र 25 -३०-साल। 
Scene Description  :- तीनो लोग dinning table पर बैठे है , खाना टेबल पर रखा हुआ है। आपस में बात कर रहे है। father - राज आज स्कूल का दिन कैसा रहा। 
राज  - गुड .
father - तुम्हारी टीचर कैसी है। 
राज - मेरी टीचर बहुत अच्छी है। बहुत अच्छा पढ़ाती है। 
father -अच्छा।अब तो हमें राज की टेंशन लेने की कोई जरुरत नहीं।  
( माँ -बाप और राज बात करते हुए आपस में हॅसते है )

Scene 3 :-

Character :राज 
Location /Time  : Road  /सुबह  का समय /
Scene Description  : -राज स्कूल के लिए अपना बैग लेकर जा रहा है।  तभी अचानक उसकी नजर वह रोड के किनारे फूल बेच रहे एक आदमी पर पड़ती है , वह उससे एक लाल गुलाब का फूल खरीदकर अपने बैग में रख लेता है , और स्कूल की तरफ बढ़ जाता है। 

Scene 4 :-

Character : छोटा बच्चा (राज ) २) टीचर  ३) CLASS  के बाकि छोटे बच्चे। 
Location / Time  : Class Room  /Day 
Scene Description  :- Class रूम में सारे बच्चे बेंच पर बैठे हुए है।  टीचर पढ़ा रही है , कुछ  बच्चे  टीचर की तरफ देख रहे है,और कुछ बच्चे आपस में बात कर रहे है। परन्तु राज बड़े ध्यान से टीचर को पढ़ाते हुए देख रहा है। तभी अचानक स्कूल छूटने घंटी बजती है और सभी बच्चे अपना -अपना बैग पैक करने में लग जाते है।  टीचर भी अपना पढ़ाना बंद करके अपना सामान समेटने में लग जाती है , सभी बच्चे अपना अपना बैग लेकर चिल्लाते हुए टीचर को बाय कहते हुए class रूम से बाहर की तरफ भागते है ,परन्तु राज अभी भी टीचर को बड़े ध्यान से देख रहा है , तभी टीचर राज से कहती है ,राज घर नहीं जाना है , राज बड़ी शांति से अपना बैग लेकर टीचर की तरह जाता  है।
Teacher - क्या हुआ। 
राज   - कुछ नहीं। 
Teacher  -Then go . 
राज  - (अपना बैग खोलता है और टीचर की तरफ गुलाब निकाल कर ) teacher आप के लिए। 
Teacher  - ओह! सो Sweet . कहा से लाये। 
(राज फूल दे कर वहा से भाग जाता है। )
टीचर  -अरे ! अरे सुनो , बड़ा मासूम बच्चा है। 











Scene  5  

LOCATION /TIME : राज का घर / NIGHT 
Character  :  राज , राज के पिताजी।
SCENE DESCRIPTION :-राज घर में खेल रहा है ,तभी उसके पिताजी अपने काम से घर वापस आकर अपना यूनिफार्म चेंज करते है , तभी राज उनकी तरफ देखता है। वह देखता है की उसके पिताजी जो की पोलिश इंस्पेक्टर है ,अपनी रिवाल्वर घर के एक डॉवर में रखते है। और फिर चेंज कर दूसरे घर में चले जाते है।
राज खेल रहा है , थोड़ी समय बाद सब खाने पर बैठ जाते है। तभी
FATHER : राज कल तो तुम्हारी छुट्टी है न।
राज :  हां।
FATHER : (राज की माँ की तरफ देखते हुए ) कल हम घूमने जायेंगे।
MOTHER : अच्छा।
       (राज बहुत खुश होकरहो जाता है। )
राज : कल हम बहुत मजा करेंगे।

SCENE  :6 

LOCATION /TIME : MARKET /SHOPPING MALL /DAY 
CHARACTER : राज ,राज के पिताजी ,मां ,TEACHER ,टीचर का बॉय फ्रेंड। 
SCENE DESCRIPTION :-
तीनो लोग मार्किट में घूम रहे है , यहाँ वहा शॉपिंग कर रहे है , राज बहुत खुश है। तभी अचानक राज की नजर उसकी टीचर पर पड़ती है , उसकी टीचर एक आदमी के साथ शॉपिंग कर रही है। राज अपनी टीचर के बारे में अपने माँ-बाप को बताता है , माँ-बाप टीचर से मिलाने उसके पास जाते है और उसे अपने बारे में बताते है। )
FATHER : हेलो !टीचर मैं राज का डैड और ये उसकी मम्मी है , राज स्कूल में पढ़ाई करता है की नहीं।
TEACHER : राज बड़ा ही अच्छा लड़का है। बड़े शांति से क्लास में बैठता है।
(राज के पिताजी टीचर के साथ आदमी की तरफ देखते है ,तभी )
TEACHER : ये मेरे फिऑन्स है। हमारी बहुत ही जल्द शादी होने वाली है।
(उस समय राज बड़े ध्यान से अपनी टीचर और फादर की बातो को सुन रहा है। )
FATHER : अच्छा ,CONGRATULATIONS ! शादी के बाद तो आप ,
टीचर : हां मैं स्कूल छोड़ दूंगी।
FATHER : ओके चलिए। बेस्ट ऑफ़ लक। बाय बाय। फिर कभी मिलेंगे।
(राज के फादर वहाँ से सपरिवार घर आ जाते है।  )

SCENE7 :
LOCATION /TIME : राज का घर /NIGHT 

SCENE DESCRIPTION :-(तीनो लोग सोने की तैयारी कर रहे है , लेकिन राज अभी भी टीचर की बातो के बारे में सोच रहा है , तभी। )
FATHER : राज क्या सोच रहे हो ,चलो आओ यहाँ सोने के लिए , कल स्कूल के लिए उठाना है ना।
(राज अपने फादर की तरफ जाता है और अपने फादर से पूछता है )
राज : डैड ये फिऑन्स क्या होता है।
फादर ; जिससे तुम्हारे टीचर की शादी होने वाली है। अब शादी के बाद तुम्हारी टीचर अपने हस्बैंड के घर चली जाएगी। और स्कूल छोड़ देंगी।
(राज शांत हो जाता है ,और चुप चाप बिस्तर पर लेट जाता है।)

SCENE 8 :

LOCATION /TIME : रास्ता /सुबह का समय 
SCENE DESCRIPTION : राज स्कूल केलिए जा रहा है ,लेकिन बहुत उदास है। 


SCENE 9 :

LOCATION /TIME : SCHOOL /DAY 

SCENE DESCRIPTION :( टीचर पढ़ा रही , सभी बच्चे टीचर की तरफ देख रहे है।  लेकिन राज बहुत ही उदास बैठा है। तभी स्कूल की घंटी बजती है।  सभी बच्चे अपना बैग लेकर , बाय बाय टीचर कह कर भाग रहे है। राज अंत में उठकर टीचर के पास आता है। )
RAJ : टीचर आप शादी मत करिये।
TEACHER : (मजाक में )क्यों ?
राज : शादी के बाद आप स्कूल छोड़ देंगी ना।
टीचर :- तोक्या हुआ।
राज : टीचर ! टीचर ! आप मुझसे शादी कर लीजिये और मेरे घर आ जाइए। तो फिर आप को स्कूल छोड़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
(टीचर हँसने  लगती है )
TEACHER : ऐसा नहीं हो सकता।
राज : क्यों।
TEACHER : क्यों की तुम अभी बहुत छोटे हो।
राज : तो ऐसा करो आप मेरे घर चलो और मैं जब बड़ा हों जाऊंगा तो आप से शादी कर लूंगा।
TEACHER :( टीचर मन ही मन हसते हुए )ठीक है , अभी तुम घर जाओ।
(राज वहा से स्कूल के बहार आता है ,तभी उसकी नजर टीचर के बॉय फ्रेंड पर पड़ती है , वह उसके पास जाता है और कहता है )
राज : UNCLE .
BOYFRIEND :YES , अरे तुम। कैसे हो।
RAJ  : UNCLE आप मेरे टीचर से शादी मत कीजिये। वो मेरी TEACHER है।
(ऐसा बोल कर राज वहा से चला जाता है।fiancee उसकी तरफ देखते रहता है तभी टीचर वहाँ आ जाती है। और उससे कहतींहै  ,
TEACHER : वहाँ  क्या देख रहे हो।  अरे  वो तुम्हारा स्टूडेंट है ना ,जो उस दिन मॉल में मिला था ,वह मुझसे कह रहा था की मेरी टीचर से शादी मतकरो।
TEACHER : अरे छोड़ो उस बच्चे को , चलो निकालो यहाँ से।
(दोनों वहां से गाड़ी में निकलजाते है। )

SCENE 10 

LOCATION /TIME   : राज का घर / NIGHT . 
SCENE DESCRIPTION :-राज अपने घर पर बैठ कर TV देख रहा है , तभी उस सीरियल में एक SCENE आता है ,  जिसमे एक राजा एक दूसरे राजा से कहता है की यदि तुंम्हे राजकुमारी का हाथ चाहिए तो मुझसे युद्ध करना होगा। यह देख कर , राज कुछ सोचने लगता है ,और TV बंद  करके सोचते हुए सो जाता है। अगले दिन सुबह फिर वह स्कूल जाता  है। 

SCENE 11 

LOCATION /TIME  : SCHOOL /DAY 
SCENE DESCRIPTION : - राज बेंच पर उदास बैठा हुआ है , स्कूल छूटने का बाद वह चुप चाप CLASS ROOM से बहार निकल जाता है ,TEACHER  उसको देखती रहती है ,और सोचती है क्या हुआ इसे आज। 

SCENE 12 

TO  BE  CONTINUED ....  







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